प्राचीन और पूर्वमध्यकालीन कविता 1.कवितावली और विनयपत्रिका का काव्यरूप 2.सूरदास के पदों का पाठ-विश्लेषण 3.स्त्री-मुक्ति चेतना की आदि कवयित्री : मीरां 4.सूरदास की भक्ति / सूरदास की दार्शनिकता / भ्रमरगीत का प्रतिपाद्य